SBI Cuts Home Loan Rates : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा हाल ही में रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती के बाद देश के कई प्रमुख बैंकों ने अपने लेंडिंग रेट में बदलाव किया है। इसी क्रम में भारत के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने भी अपने लेंडिंग रेट्स में 50 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती की है। इससे पहले 12 जून को बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी ब्याज दरों में कटौती कर अपने होम लोन को सस्ता कर दिया था।
रेपो रेट में कटौती से क्यों सस्ता होता है लोन?
जब भारतीय रिजर्व बैंक रेपो रेट में कटौती करता है, तो बैंकों को केंद्रीय बैंक से सस्ते में कर्ज मिल पाता है। इससे बैंक अपने ग्राहकों को कम ब्याज दरों पर लोन देने में सक्षम हो जाते हैं, जिससे होम लोन जैसे उत्पाद सस्ते हो जाते हैं।
SBI होम लोन की नई ब्याज दरें
SBI द्वारा की गई नई ब्याज दरों में कटौती 15 जून 2025 से लागू होगी। अब होम लोन पर ब्याज दर, ग्राहक के CIBIL स्कोर और अन्य कारकों के आधार पर 7.50% से 8.45% के बीच होगी। वहीं, SBI का मैक्सगेन ओवरड्राफ्ट (OD) होम लोन अब 7.75% से 8.70% की दर पर मिलेगा। टॉप-अप होम लोन की ब्याज दरें 8% से 10.50% के बीच तय की गई हैं।
EBLR में हुई कटौती
SBI ने अपने एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट (EBLR) को 8.65% से घटाकर 8.15% कर दिया है। EBLR ही वह आधार दर है जिसके अनुसार फ्लोटिंग रेट लोन (जैसे होम लोन और MSME लोन) की ब्याज दर तय होती है। हालांकि, अंतिम ब्याज दर ग्राहक के CIBIL स्कोर, लोन अवधि और अन्य कारकों पर निर्भर करेगी।
MCLR में कोई बदलाव नहीं
14 जून 2025 तक SBI ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में कोई बदलाव नहीं किया है। MCLR की वर्तमान दरें निम्नलिखित हैं:
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ओवरनाइट और 1 महीने की MCLR: 8.20%
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3 महीने की MCLR: 8.55%
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Rates :6 महीने की MCLR: 8.90%
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1 साल की MCLR: 9.00%
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2 साल की MCLR: 9.05%
- 3 साल की MCLR: 9.10%
यदि आप होम लोन लेने की योजना बना रहे हैं, तो SBI की नई दरें आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती हैं। रेपो रेट में कटौती और EBLR में बदलाव के चलते अब लोन लेना पहले की तुलना में अधिक किफायती हो गया है।