RBI का बड़ा फैसला, अब ये बैंक दे रहे हैं सस्ता होम लोन, फटाफट उठाएं लाभ।।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Home Loan : अगर आप होम लोन लेने की सोच रहे हैं, तो आपके लिए यह एक सुनहरा मौका है। हाल ही में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट्स (bps) की कटौती की है। यह इस साल की तीसरी कटौती है, और अब तक कुल 100 bps की कमी की जा चुकी है। इसके चलते देश के कई प्रमुख सरकारी और प्राइवेट बैंकों ने होम लोन की ब्याज दरों में कमी कर दी है।

Home Loan : क्या होता है रेपो रेट?

रेपो रेट वह ब्याज दर होती है जिस पर RBI बैंकों को कर्ज देता है। जब रेपो रेट घटता है, तो बैंकों के लिए पैसे उधार लेना सस्ता हो जाता है, जिसका सीधा असर ग्राहकों को मिलने वाले लोन की ब्याज दरों पर पड़ता है। यानी, अब कम ब्याज दर पर होम लोन मिलना संभव है और EMI भी कम हो सकती है।

Home Loan : कौन-कौन से बैंक दे रहे हैं सस्ते होम लोन?

RBI के इस फैसले के बाद कई बैंक जैसे कि:

  • SBI (भारतीय स्टेट बैंक)

  • केनरा बैंक

  • यूनियन बैंक ऑफ इंडिया

  • इंडियन ओवरसीज बैंक

ने अपनी लेंडिंग रेट्स घटा दी हैं। इससे ग्राहकों को कम ब्याज दरों पर होम लोन मिलने लगा है। हालांकि ब्याज दरें व्यक्ति के क्रेडिट स्कोर, लोन की अवधि, और बैंक की नीतियों पर भी निर्भर करती हैं।

 रेपो-लिंक्ड लोन लेने वालों को मिलेगा फायदा

अगर आपने रेपो रेट से जुड़ा होम लोन लिया हुआ है, तो आने वाले महीनों में आपकी ब्याज दर और EMI दोनों में कमी आ सकती है। कई बैंकों ने पहले से ही अपनी रेपो-लिंक्ड लेंडिंग रेट्स (RLLR) में बदलाव करना शुरू कर दिया है।

सरकारी और प्राइवेट बैंकों में क्या है फर्क?

  • सरकारी बैंक: आमतौर पर प्रोसेसिंग फीस कम होती है और ब्याज दरें भी किफायती होती हैं। हालांकि, इन बैंकों में प्रोसेस थोड़ा धीमा हो सकता है।

  • प्राइवेट बैंक: लोन प्रोसेसिंग तेजी से होती है लेकिन प्रोसेसिंग फीस और ब्याज दरें थोड़ी ज्यादा हो सकती हैं।

होम लोन लेते समय किन बातों का रखें ध्यान?

  1. ब्याज दरों की तुलना: सभी बैंकों की ब्याज दरें और शर्तें अलग होती हैं, इसलिए अच्छे से तुलना करें।

  2. प्रोसेसिंग फीस: कुछ बैंक ज्यादा फीस लेते हैं, जिससे लोन महंगा पड़ सकता है।

  3. प्रीपेमेंट पेनल्टी: लोन जल्दी चुकाने पर किसी प्रकार का जुर्माना है या नहीं, ये जरूर जांचें।

  4. लोन की अवधि और EMI: अपनी सुविधा अनुसार लोन की अवधि चुनें जिससे EMI आपकी आमदनी के अनुसार हो।

  5. कस्टमर सर्विस: बैंक की सेवा और सपोर्ट भी महत्वपूर्ण होता है, खासकर लंबे समय के लोन के दौरान।

निष्कर्ष:

RBI द्वारा रेपो रेट में कटौती से होम लोन अब पहले से सस्ते हो गए हैं। यदि आप नया घर खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह समय बेहद अनुकूल है। हालांकि लोन लेने से पहले हर पहलू पर गौर करना और सभी बैंकों की शर्तों की अच्छी तरह से तुलना करना बेहद जरूरी है।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Leave a Comment