Bank FD Scheme : बढ़ती महंगाई और आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच आम आदमी भविष्य को सुरक्षित करने के लिए निवेश के सुरक्षित विकल्पों की तलाश में रहता है। ऐसे में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) एक लोकप्रिय और भरोसेमंद विकल्प बन चुका है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें पूंजी सुरक्षित रहती है और तय ब्याज दर पर रिटर्न मिलता है।
भारत के तीन प्रमुख सरकारी बैंक – भारतीय स्टेट बैंक (SBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) – अपने ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए FD पर बेहतरीन ब्याज दरें दे रहे हैं। आइए जानें कि इन बैंकों में 10 लाख रुपये की FD पर 10 साल बाद कितना रिटर्न मिलेगा।
Bank FD Scheme : भारतीय स्टेट बैंक (SBI) – ब्याज दर 6.50% से 7.50% तक
रेगुलर कस्टमर:
-
ब्याज दर: 6.50%
-
निवेश राशि: ₹10,00,000
-
रिटर्न (10 साल बाद): ₹19,05,559
-
ब्याज लाभ: ₹9,05,559
सीनियर सिटीजन:
-
ब्याज दर: 7.50%
-
रिटर्न (10 साल बाद): ₹21,02,350
-
ब्याज लाभ: ₹11,02,350
Bank FD Scheme : पंजाब नेशनल बैंक (PNB) – ब्याज दर 6.50% से 7.30% तक
रेगुलर कस्टमर:
-
ब्याज दर: 6.50%
-
रिटर्न (10 साल बाद): ₹19,05,559
-
ब्याज लाभ: ₹9,05,559
सीनियर सिटीजन:
-
ब्याज दर: 7.30%
-
रिटर्न (10 साल बाद): ₹20,61,469
-
ब्याज लाभ: ₹10,61,469
Bank FD Scheme : बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) – ब्याज दर 6.50% से 7.50% तक
रेगुलर कस्टमर:
-
ब्याज दर: 6.50%
-
रिटर्न (10 साल बाद): ₹19,05,559
-
ब्याज लाभ: ₹9,05,559
सीनियर सिटीजन:
-
ब्याज दर: 7.50%
-
रिटर्न (10 साल बाद): ₹21,02,350
-
ब्याज लाभ: ₹11,02,350
FD अब भी क्यों है निवेश का भरोसेमंद तरीका?
बैंकिंग एक्सपर्ट्स का कहना है कि निवेश के तमाम नए विकल्पों के आने के बावजूद FD आज भी सबसे सुरक्षित निवेश विकल्पों में से एक है। खासकर उन लोगों के लिए जो जोखिम से दूर रहना चाहते हैं।
FD के फायदे:
-
पूंजी की सुरक्षा
-
तय रिटर्न
-
इमरजेंसी फंड के लिए उपयुक्त
-
टैक्स ब्रैकेट में कम आय वालों के लिए आदर्श
-
लॉन्ग टर्म व शॉर्ट टर्म दोनों निवेश योजनाओं के लिए बेहतर विकल्प
FD पर टैक्स की जानकारी
FD पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है। अगर एक वित्त वर्ष में:
-
आम व्यक्ति को ₹50,000 से अधिक ब्याज मिलता है, तो उस पर TDS (10%) कटेगा।
-
सीनियर सिटीजन के लिए यह सीमा ₹1 लाख कर दी गई है (बजट 2025 के अनुसार, लागू: 1 अप्रैल 2025 से)।
यदि आपने बैंक में पैन कार्ड नहीं दिया है तो TDS की दर 20% तक हो सकती है।
यदि आपकी कुल आय टैक्स सीमा से कम है, तो आप फॉर्म 15G (या 15H सीनियर सिटीजन के लिए) जमा कर TDS से बच सकते हैं।
निवेश से पहले किन बातों का रखें ध्यान?
-
FD की मैच्योरिटी से पहले निकासी की शर्तें क्या हैं?
-
बैंक का ट्रैक रिकॉर्ड
-
बैंक की लोकेशन और आपकी पहुंच
-
अन्य बैंकों की तुलना में ब्याज दरें
निष्कर्ष
अगर आप जोखिम से दूर रहकर एक सुरक्षित और भरोसेमंद निवेश चाहते हैं, तो FD आपके लिए एक शानदार विकल्प हो सकता है। खासकर सीनियर सिटीजन को अच्छे ब्याज दर और टैक्स में राहत जैसे फायदे भी मिलते हैं। हालांकि, निवेश से पहले थोड़ी रिसर्च जरूर करें और सभी शर्तों को समझकर ही फैसला लें।